JET ICAR Agronomy Questions Part-3

प्रष्न 281. सरसां की बुवाई शुष्क क्षेत्र व सिंचित क्षेत्र में करने पर बीजदर क्रमशः रखते है:-

उत्तर4-5 kg तथा 2.5 kg/ध्हैक्टर

प्रष्न 282. निम्न में से बाजरा व ज्वार हेतु सिंचाई की क्रान्तिक अवस्था कौनसी है:-
उत्तर फूल आते समय।

प्रष्न 283. उजली राई का वानस्पतिक नाम क्या है:-
उत्तर ब्रेसिका एल्बा।

प्रष्न 284. पौधे के मुरझान की वह अवस्था जिसमें सिंचाई करने पर पुनः पौधा अपनी वास्तविक स्थिति में आ जात है:-
उत्तर अस्थायी म्लानि बिन्दू।

प्रष्न 285. सरसों की फसल हेतु उपयुक्त तापक्रम है:-
उत्तर 18-250C

प्रष्न 286. आलू की जलमांग कितनी है:-
उत्तर 50-70 cm



प्रष्न 287. टरनिप रेप एवं भूरी सरसों का वानस्पतिक नाम क्या है:-

उत्तर ब्रेसिका केम्पे्रसिट्रज वैराइटी यलों सरसों।

प्रष्न 288. निम्न में से कौनसा खरपतवार सर्वाधिक संख्या में बीज करता है:-
उत्तर जंगली चैलाई।

प्रष्न 289. सरसों की फसल हेतु आवश्यक जलवायु है:-
उत्तर ठण्डा मौसम व साफ एवं खुला आसमान।

प्रष्न 290. गहरी जड़ों वाला खरपतवार है:-
उत्तर कांस, हिरनखुरी, ज्वासा।

प्रष्न 291. पीली तोरिया ;इंडियन रेपद्ध का वानस्पतिक नाम क्या है।
उत्तर ब्रेसिका केम्प्रेसिट्रज वैराइटी थलो तोरिया।

प्रष्न 292. मूंगफली हेतु सिंचाई की क्रांतिक अवस्था है:-
उत्तर सुईया बनने से लेकर मूंगफली बनने तक।

प्रष्न 293. मक्का की जलमांग कितनी है:-
उत्तर 500-800 mm उउ या 50-80 सेमी

प्रष्न 294. काली तोरिया ;इंडियन रेपद्ध का वानस्पतिक नाम क्या है।
उत्तर ब्रेसिका केम्प्रेसिटीज वैराटी ब्लेक तोरिया।

प्रष्न 295. सरसों की बुवाई का ;बारानीद्ध उपयुक्त समय है:-
उत्तर 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर।

प्रष्न 296. सरसों का सिचित क्षेत्र में बुवाई का समय है
उत्तर अक्टूबर के अन्त तक।



प्रष्न 297. सरसों की फसल की बुवाई करते समय R×R व P×P दूरी:-

उत्तर 30×10 cm

प्रष्न 297. वानस्पतिक प्रवर्धन द्वारा बढ़ने वाले खरपतवारों में टृयूबर्स व रूट स्टोन द्वारा प्रवर्धन करने वाले खरपतवार क्रमशः है:-
उत्तर मोथा व हिरणखुरी।

प्रष्न 298. सरसों के बीजों की बुवाई पूर्ण उपचारित करते है:-
उत्तर 5kg मैन्कोजब

प्रष्न 299. किस खरपतवार में पार्थेनिन नाम विषेला पदार्थ जो एलर्जी, रोग, दमा, उत्पन्न करता है, पाया जाता है:- ,
उत्तर पार्थेनियम ;गाजर घासद्ध

प्रष्न 300. पत्थरचट्टा, लहसुवा, जंगली चैलाई आदि किस ऋतु के खरपतवार हैः-
उत्तर खरीफ

प्रष्न 301. पेन्टेड़ बलग, आरा मक्खी, मोयला इत्यादि कीट किस फसल में लगते है:-
उत्तर सरसों।

प्रष्न 302. गेहूँसा के नियंत्रण हेतु कौनसा शाकनाशी प्रयोग करते है:-
उत्तर आइसोप्रोट्यूराॅन ;एरीलोनद्ध

प्रष्न 303. झड़बेरी है:-
उत्तर काष्ठीय खरपतवार।

प्रष्न 304. सरसों में पाये जाने वलाा पराश्रयी पादप कौनसा है:-
उत्तर औरोबंकी।



प्रष्न 305. सरसों की फसल किस माह तक पक जाती है:-

उत्तर फरवरी-मार्च।

प्रष्न 306. उन्नत विध ेस खेती करने पर तोरिया की उपज/हैक्टर कितनी प्राप्त होती है:-
उत्तर 14-20 क्वि./है.

प्रष्न 307. मूंगफली में प्रयुक्त खरपतवारनाशी है:-
उत्तर टोक E-25

प्रष्न 308. जंगली गाज व जंगली जई है:-
उत्तर द्विवर्षीय खरपतवार।

प्रष्न 309. गेहूँ, जौ, जई, ज्वार, धान में चैड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियत्रंण करने हेतु काम में लाते है

उत्तर 2, 4-D

प्रष्न 310. उन्नत विधि से खेती करने पर सरसों की कितनी उपज प्राप्त होती है:-
उत्तर 25-30 क्वि./है.

प्रष्न 311. स्टाम्फ F-34, प्रोपेनिल खरपतवारनाशी का उपयोग किस फसलों में प्रकार करते है:-
उत्तर धान।

प्रष्न 312. ऐसे अवांछित फसलों के दूसरे जाति के पौधे जैसेः- गेहूं में चना ;जो बिना बोय उग जाते हैद्धए कहलाते है-
उत्तर सापेक्ष खरपतवार।

प्रष्न 313. अलसी का वानस्पतिक नाम क्या है।
उत्तर लाइनम यूसीटेटीसीमम।

प्रष्न 314. ऐसी कौनसी फसल है, जो तेल एवं रेशा दोनेां के लिये उगायी जाती है:-
उत्तर अलसी ।



प्रष्न 315. ऐसे खरपतवार जो सदैव हानि पहुँचाते है:-

उत्तर निरपेक्ष खरपतवार।

प्रष्न 316. जलमग्न भूमि का खरपतवार है:-
उत्तर जलकुम्भी

प्रष्न 317. रेगिस्तान खरपतवार है:-
उत्तर नागफनी,

प्रष्न 318. अलसी का कुल हे:-
उत्तर लिनेसी।

प्रष्न 319. खरपतवार रहित शुद्ध बीज हबोना खरपतवारों की वृद्धि रोकना कौनसा उपाय है:-
उत्तर निरोधात्मक उपाय

प्रष्न 320. अलसी के दानों में तेल की मात्रा होती है:-
उत्तर 33-47%

प्रष्न 321. ‘‘पाइग्रोग्रामा बाइकलराटा’’ मित्र कीट का प्रयोग किस खरपतवार को करने में किया जा रहा है:-
उत्तर गाजर घास।

प्रष्न 322. अलसी के किस भाग से रेशा निकाला जाता है:-
उत्तर दाने से

प्रष्न 323. लेन्टना नामक खरपतवार को नष्ट करने हेतु किस देश से लीडोसोमा लेन्टाना मित्र कीट को वर्ष 1921 में आयत किया:-
उत्तर मेक्सिको।

प्रष्न 324. अलसी की खली में प्रोटीन की कितनी मात्रा होती है:-
उत्तर 6%

प्रष्न 325. वेलीलोव के अनुसार तेल एवं रेशे के लिये अलसी का उद्भव होात है:-
उत्तर तेल वाली-दक्षिणी-पश्चिमी एशिया तथा मीसोपोटामिथा/कुछ के अनुसार-अफगानिस्तान।

प्रष्न 326. रोगिंग का प्रमुख उद्देश्य क्या है:-
उत्तर आनुवांिशक शुद्धता बनाये रखना।

प्रष्न 327. क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व के किस देश में सबसे ज्यादा सबसे ज्यादा अलसी उगाई जाती है:-
उत्तर भारत।

प्रष्न 328. निम्न में से अवर्णानात्मक शाकनाशी रसायन है:-
उत्तर पैराक्वट, डाइक्वाट, वीड आॅयल।

प्रष्न 329. भरत के किस राज्य में सर्वाधिक अलसी उगाई जाती है:-
उत्तर U.P.

प्रष्न 330. अलसी के लिए खेती योग्य उपयुक्त जलवायु है:-
उत्तर ठण्डी व शुष्क

प्रष्न 331. अलसी की एक हैक्टर हेतु बीजदर कितनी है:-
उत्तर 15-18 kg/hac.

प्रष्न 332. भारत में फसलों में कितने प्रतिशत हानि खरपतवारेां द्वारा होती है:-
उत्तर 30-35%

प्रष्न 333. अलसी के बीज बनने हेतु तापक्रम है:-
उत्तर 15-200C

प्रष्न 334. सरसों के तेल में सत्यानाशी के बीजों के मिलने पर कौनसी बीमारी हो जाती है:-
उत्तर डॅªाप्सी।



प्रष्न 335. किस खरपतवार से बेरी-बेरी रोग होता है:-

उत्तर सत्यानाशी।

प्रष्न 336. अलसी के लिये दोहरे उपयेाग में बुवाई हेतु बीजदर रखते हे:-
उत्तर 45 kg

प्रष्न 337. अलसी के रेशे को कहते है:-
उत्तर फ्लैक्स

प्रष्न 338. बारानी क्षेत्रों में अलसी की बुवाई का उपयुक्त समय है
उत्तर 10 अक्टूबर।

प्रष्न 339. अनाज वाली फसलों जैसे-जौ, जई पर लगने वाले तना रस्ट रोगाणु किस खरपतवार पर शरण लेते है:-
उत्तर जंगली जई।

प्रष्न 340. अलसी के पौधों की आपसी दूरी रखते हैः-
उत्तर 50 cm × 4-5cm

प्रष्न 341. फ्लुक्लोरेलिन, एट्राजिन, स्टाम्फ F-34, सीमेजिन अत्यादि खरपतवारनाषी आती है।
उत्तर वर्णनात्मक।

प्रष्न 342. अलसी के दोहरे उपयेाग वाली किस्मों का बौने का उपयुक्त समय है:-
उत्तर नवम्बर का प्रथम सप्ताह।

प्रष्न 343. अलसी को पानी में रखने पर कितने दिन में पौध सड़कर अलग हो जाता है:-
उत्तर 3.5 दिन में।

प्रष्न 344. अलसी की शुद्ध फसल से दानों की पैदावार होती है:-
उत्तर 10-15 क्वि./hac.

प्रष्न 345. कदू वर्गीय फसलों पर लगने वाला एफिड़ किस खरपतवार पर चरण लेता है:-
उत्तर हिरणखुरी।

प्रष्न 346. अलसी की मिश्रित फसल से दानों की उपज कितनी प्राप्त होती है:-
उत्तर 4.5 क्वि./है.

प्रष्न 347. सूरजमुखी का ok नाम है:-

उत्तर हेलिएंथन एनस

प्रष्न 348. रक्त स्तम्भ के रूप में काम में आने वाला खरपतवार है:-
उत्तर दूबघास, सांवा।

प्रष्न 349. सूरजमुखी का कुल क्या है:-
उत्तर कम्पोजिटी।

प्रष्न 345. मक्का की डाऊनी मिड्ल्यू रोग का कवक किस खरपतवार पर शरण लेता है:-
उत्तर कांस

प्रष्न 346. सुरजमुखी में तेल की मात्रा:-
उत्तर 45-50%

प्रष्न 347. ‘‘क्वैक घास‘‘ खरपतवार की जड़ों से प्राप्त रसायन किस फसल अंकुरण व वृद्धि पर प्रभाव डालता है:-
उत्तर गेहूँ व मटर।
उत्तर लिनोलिक अम्ल।

प्रष्न 348. सुरजमुखी में प्रोटीन की मात्रा कितने प्रतिषत होती है।
उत्तर 40-44%

प्रष्न 349. दानेदार रसायनों को छोड़कर शेष सभी रसायन कितने ली. पानी घोलकर छिड़कते है:-
उत्तर 800-1000 लीटर।



प्रष्न 350. प्रजनन सम्बन्धी रेागों में प्रयुक्त खरपतवार है:-

उत्तर गोखरू

प्रष्न 351. सुरजमुखी का उत्पत्ति स्थल है:-
उत्तर पश्चिमी केन्द्रिय अमेरिका।

प्रष्न 352. भारत में सर्वाधिक सुरजमुखी उत्पादक राज्य है:-
उत्तर कर्नाटक।

प्रष्न 353. किस कारण सुरजमुखी का तना तथा मुण्डक सूर्य की तरफ जाता है:-
उत्तर आॅक्सीजन सान्र्द्रता के कारण।

प्रष्न 354. ऐसे रसायन जो सभी पौधों को नष्ट करते है, कहलाते हैः-
उत्तर अवर्णनात्मक शाकनाशी।

प्रष्न 355. MSFH1, 8, 17 एवं BSH-1 इत्यादि किस्मे है।
उत्तर सुरजमुखी।

प्रष्न 356. पौधें के किसी भाग पर डालने पर सम्पूर्ण पौधे में फैलने वाली शाकनाशी है:-
उत्तर स्थानान्तराण शाकनाशी।

प्रष्न 357. निम्न में से सम्पर्क शाकनाषी नही है। सुरजमुखी की प्रति हैक्टर बुवाई के लिये कितने बीजों की आवश्यकता होती है:-
उत्तर 10-12 kg

प्रष्न 358. श्रीलंका से 1926 में किस मित्र कीट का आयात नागफनी के लिये किया गया:-
उत्तर डेक्टाइलोपियस ओपन्सी।

प्रष्न 359. सुरजमुखली की संकर किस्मों की बीजदर कितनी रखते हैः-
उत्तर 8 kg

प्रष्न 360. सुरजमुखी में R×P की दूरी खरीफ में रखते है:-
उत्तर 60×20 cm

प्रष्न 361. जायद में बायी गयी सुरजमुखी की फसल में R×P रखते है:-
उत्तर 45×20 cm

प्रष्न 362. जायद में बोयी गयी सुरजमुखी की फसल में R×P रखते है:-
उत्तर 45×20 cm

प्रष्न 363. फसल में आखरी निराई-गुड़ाई के समय खरपतवारनाशक का प्रयोग करना कहलाता है:-
उत्तर ले-बाई प्रयोग

प्रष्न 364. उन्नत विधियाँ अपनाकर सुरजमुखी की फसल से कितनी उपज प्राप्त होती है:-
उत्तर 16-20 क्वि./है.

प्रष्न 363. धान के जलीय खरपतवार नष्ट करने हेतु केरल में कौनसा कशेरू प्राणी का प्रयोग किया जाता हैः-
उत्तर 364. बतख।

प्रष्न 365. रिजका का वानस्पतिक नाम क्या है:-
उत्तर मेडिकांगो सेटाइवा।

प्रष्न 366. सुरजमुखी की फसल में किस कारण से कभी-कभी अधिकांश बीज हरे रह जाते है:-
उत्तर परागण की कमी।

प्रष्न 367. कपास के खरपतवार को नष्ट करने हेतु किस कशेरू प्राणी का उपयेाग करते है:-
उत्तर हंस।

प्रष्न 368. सुरजमुखी में किस अवस्था पर तेल व प्रोटीन की मात्रा पूर्ण पायी जाती है:-
उत्तर प्रफूल्लन के समय।

प्रष्न 369. जलकुम्भी नियंत्रण हेतु अमेरिका से 982 में किस मित्र कीट का आयात किया गया।
उत्तर निकोटियाना ब्रुची।



प्रष्न 370. रिजका व बरसीम किस कुल से सम्बन्धित है:-

उत्तर लेग्यूमिनोसी।

प्रष्न 371. फसल में अन्य किस्मों के बीज किस प्रकार की अशुद्धता है:-
उत्तर आनुवांिशक अशुद्धता।

प्रष्न 372. चारों की फसलों की रानी कहलाती है:-
उत्तर रिजका।

प्रष्न 373. अच्छे कपास के बीजों की अंकुरण क्षमता (न्यूनतम) होनी चाहिये।
उत्तर 65%

प्रष्न 374. रिजके के चारे में शुष्क पदार्थ के आधार पर लगभग कितनी प्रतिशत नमी तक होती है:-
उत्तर 20-25%

प्रष्न 375. बीजों में कुड़ा करकट, पत्थर, खरपतवारों के बीज इत्यादि होना किस प्रकार की शुद्धता है:-
उत्तर भौतिक शुद्धता।

प्रष्न 376. अच्छे बीज का वास्तविक उपयोगिता मान कितना प्रतिशत होना चाहिये:-
उत्तर 75%

प्रष्न 377. गेहूँ, जौ, चना की न्यूनतम अंकुरण क्षमता होनी चाहिये:-
उत्तर 85%

प्रष्न 378. किस प्रकार के बीज की आनुवांिशक शुद्धता 100% होती हैः-
उत्तर मूलकेन्द्रक बीज

प्रष्न 379. बरसीम का वा. नाम है:-
उत्तर ट्राइफोलिया इलेक्टेन्ड्रियम।

प्रष्न 380. न्यूक्यिस बीज के प्र्रजनन से प्राप्त बीज है:-
उत्तर प्रजनक बीज।

प्रष्न 381. बरसीम के चारे में प्रोटीन कितनी प्रतिषत होती है:-
उत्तर 17-21%

प्रष्न 382. मूल केन्द्रक बीज का उत्पादन किसी देखरेख में होता है:-
उत्तर पादप प्रजनक

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