द्वितीय चरण – राजस्थान संघ/पूर्व राजस्थान (25 मार्च, 1948 ई.)
– इस चरण में 9 रियासतें तथा एक ठिकाने को शामिल किया गया।
– बाँसवाड़ा, डूँगरपुर, प्रतापगढ़, शाहपुरा, किशनगढ़, टोंक, बूँदी, झालावाड़, कोटा + कुशलगढ़ ठिकाना।
– राजधानी – कोटा
– राजप्रमुख – भीमसिंह (कोटा के शासक)
– उप राजप्रमुख – बहादुर सिंह (बूँदी के शासक)
– कनिष्ठ उप राजप्रमुख – लक्ष्मण सिंह (डूँगरपुर के शासक)
– प्रधानमंत्री – प्रो. गोकुल लाल असावा (शाहपुरा)
– उद्घाटन – इस चरण का उद्घाटन नरहरी विष्णु गॉडगिल (एन.वी.गॉडगिल) द्वारा 25 मार्च, 1948 ई. को कोटा के दुर्ग में किया गया।
– राजस्थान संघ/पूर्व राजस्थान संघ का क्षेत्रफल 16860 वर्ग किमी., जनसंख्या लगभग 23 लाख तथा 200 करोड़ रु. की वार्षिक आय थी।
– बाँसवाड़ा शासक चन्द्रवीर सिंह ने एकीकरण विलय पत्र पर हस्ताक्षर करते समय कहा था- ‘मैं अपने डेथ वारन्ट पर हस्ताक्षर कर रहा हूँ।’
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