- बीकानेर–
- इस नगर की स्थापना राठौड़ वंश के राव बीकाजी ने 1488 ई. में की थी।
- बीकानेर नगर परकोटे से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए 5 द्वार हैं और उनमें कोट गेट सबसे विशाल है।
बीकानेर के प्रमुख पर्यटन स्थल –
(a) बीकानेर दुर्ग एवं महल –
- बीकानेर किले का निर्माण राजा रायसिंह द्वारा करवाया गया है।
- इस किले का मुख्य प्रवेश द्वार सूरजपोल है।
- इसमें अनेक महल स्थित हैं, जिसमें चंद्रमहल व कर्णमहल प्रमुख हैं।
(b) लाल गढ़ –
- लाल पत्थरों से निर्मित यह महल खुदाई कला का उत्कृष्ट नमूना है।
(c) गजनेर महल –
- यह एक मरु उद्यान के रूप में मरुस्थल में हरियाली का बोध करवाता है।
- यह स्थान झील के किनारे बना हुआ है।
(d) करणी माता का मंदिर –
- बीकानेर के देशनाेक गाँव में करणी माता का मंदिर स्थित है, जिसमें हज़ारों पवित्र चूहे हैं।
- बीकानेर के राजवंश करणी माता के प्रमुख भक्त हैं।
(e) कोलायत –
- मान्यतानुसार यह स्थल कपिल मुनि की तपोस्थली था।
- बूँदी–
- बूँदी राज्य की स्थापना 1342 ई. में हाड़ा वंश के राव देवा ने की थी।
- यहाँ स्थित नवलक्खा तालाब इसे आकर्षक बनाता है।
बूँदी के प्रमुख पर्यटन स्थल –
(a) बूँदी का गढ़ –
- इसकी स्थापना 17वीं शताब्दी में हुई थी।
- कर्नल जेम्स टॉड ने इसे समस्त रजवाड़ाेंके गढ़ों में सर्वोत्कृष्ट माना।
- इस गढ़ में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण छत्र महल हैं, जिसे राजा छत्रसाल ने 1531 ई. में बनवाया था।
(b)बूँदी के अन्य दर्शनीय पर्यटन स्थल–
- चौरासी खंभों की छतरी, सूरज छतरी, फूल सागर, नवल सागर, जैत सागर आदि।