राजस्थान की जलवायु नोट्स




अन्य महत्वपूर्ण तथ्य :

– राजस्थान का दक्षिणी भाग कच्छ की खाड़ी से लगभग 225 किमी. एवं अरब सागर से 400 किमी. की दूरी पर स्थित है।

– राजस्थान को 50 सेमी की समवर्षा रेखा विभक्त करती है।

– दोंगड़ा :- राज्य में होने वाली मानसून पूर्व की वर्षा।

– सामान्यत: समुद्र तल में ऊँचाई बढ़ने के साथ तापक्रम घटता है। जिसकी सामान्य हृास दर प्रति 165 मीटर की ऊँचाई पर 1°C है।

– राजस्थान में सबसे छोटा दिन :- 22 दिसम्बर।

– राजस्थान में मानसून सर्वप्रथम बाँसवाड़ा जिले में प्रवेश करता है।

– राजस्थान में सर्वप्रथम मानसून का आगमन अरबसागरीय शाखा से होता है। जबकि राजस्थान में सर्वाधिक वर्षा बंगाल की खाड़ी मानसून से होती है।

– राजस्थान में मानसून वर्षा दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ती है।


– वर्ष 2006 में बाड़मेर के कवास स्थान पर भीषण बाढ़ आयी थी।

– राजस्थान में दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर जाने पर वर्षा की मात्रा में कमी आती है।

– राजस्थान का जेकोकाबाद :- चूरू

– 997 Mb :- समदाबीय रेखा जैसलमेर, बीकानेर से गुजरती है।

998 Mb :- बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़ से।

999 Mb :- जालौर, पाली, अजमेर, टोंक, दौसा, भरतपुर से।

1000 Mb :- सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़ एवं झालावाड़ से।

– जनवरी में समदाबीय रेखाएँ राजस्थान में 1017 Mb दक्षिणी राजस्थान से 1018 Mb मध्य राजस्थान से एवं 1019 Mb उत्तरी राजस्थान से गुजरती है।

– राजस्थान में औसत वर्षा वाले दिनों की संख्या :- 29 दिन

– जून में सूर्य बाँसवाड़ा जिले में लम्बवत् चमकता है।

– राज्य का आर्द्र जिला :- झालावाड़

– राजस्थान का अधिकांश क्षेत्र उपोष्ण कटिबन्ध में स्थित है।


 

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