कृषि सम्बन्धी विशेषतायें –
- मिश्रित कृषि –इसमें कृषि व पशुपालन को साथ-साथ किया जाता है।
- बारानी कृषि –ऐसी कृषि जो वर्षा पर आधारित हो।
नोट – राजस्थान की अधिकांश कृषि बारानी कृषि है।
- व्यापारिक कृषि –जिन फसलों को उगाने का उद्देश्य व्यापार करके धन अर्जित करना हो जैसे- चाय, कॉफी, कपास, तम्बाकू इत्यादि।
- स्थानांतरी कृषि –किसान द्वारा स्थान बदल-बदल कर की गयी कृषि।
नोट – भारत में इसका प्रचलित नाम – झूमिंग कृषि
– राजस्थान में इसका प्रचलित नाम – वालरा/वात्रा
- भील जनजाति द्वारा पहाड़ों के ऊपरी भागों में की गयी स्थानांतरी कृषि चिमाता कहलाती है।
- भील जनजाति द्वारा पहाड़ों के निचले भागों में की गयी स्थानांतरी कृषि दाजिया कहलाती है।
फसल | सर्वाधिक उत्पादन जिला वाला जिला | सर्वाधिक क्षे. वाला जिला | अन्य प्रमुख उत्पादक जिले | जलवायु व मिट्टी | विशेष विवरण |
चावल | हनुमानगढ़ | बूंदी | बूंदी, गंगानगर, कोटा, बांसवाड़ा, डूंगरपुर | उष्ण व नम जलवायु उपयुक्त। वर्षा-50 से 200 सेमी. वार्षिक। तापमान-20º से 30º सेन्टीग्रेड। मिट्टी-काली व चिकनी दोमट। | भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश। सर्वाधिक चावल उत्पादन पश्चिमी बंगाल व उत्तर प्रदेश में होता है खरीफ की फसल। |
बाजरा | अलवर | बाड़मेर | जोधपुर, जयपुर, अलवर, जालौर, चूरू | नम व उष्ण मौसम उपयुक्त। मिट्टी-रेतीली दोमट। | देश के उत्पादन का लगभग 49.64% से अधिक राजस्थान में। प्रदेश का देश में प्रथम स्थान (उत्पादन व क्षेत्रफल दोनों में)। राज्य के सर्वाधिक कृषि क्षेत्र (लगभग 1/4 भाग) में बाजरा बोया जाता है। |
मक्का | चितौड़गढ़ | उदयपुर | उदयपुर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, राजसमंद, झालावाड़, चित्तौड़गढ़ | 24º से 30º सेन्टीग्रेड तापमान। यह गर्म मौसम का पौधा है। जल की प्रचुर आपूर्ति उपयोगी। दोमट मिट्टी उपयुक्त। | देश के कुल मक्का उत्पादन का 6.17 प्रतिशत राज्य में उत्पादित। राज्य का सम्पूर्ण देश में क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रथम एवं उत्पादन की दृष्टि से छठा स्थान (2014), सर्वाधिक उत्पादन आन्ध्रप्रदेश में स्थान है। माही कंचन माही धवल व सविता, मेघा मक्का की मुख्य किस्में है। मक्का की पत्तियों से साईलेज नामक चारा बनाया जाता है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार मक्का का 80 प्रतिशत विकास रात को होता है। मक्का को ‘अनाजो की रानी’ कहा जाता है। |
ज्वार | अजमेर | अजमेर | टोंक, पाली, अलवर, भरतपुर, जयपुर, नागौर | गर्म जलवायु की फसल। औसत तापमान-26º-30º डिगी। वर्षा-35 से 150 सेमी.। मिट्टी-बलुई व चिकनी दोमट। | देश में क्षेत्रफल की दृष्टि से राजथान का तीसरा व उत्पादन की दृष्टि से पांचवां स्थान। सर्वाधिक उत्पादन-महाराष्ट्र में ज्वार से अल्कोहल व बीयर तैयार की जाती है। ‘क्रोप केमल’ फसल की उपमा। ज्वार को सोरगम/गरीब की रोटी /ऊँट की फसल (‘क्रोप केमल’ फसल की उपमा।) |
गेहूँ | गंगानगर | गंगानगर | हनुमानगढ़, अलवर, भरतपुर, जयपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़ | शीतोष्ण जलवायु, आर्द्रता-50 से 60%, मिट्टी-दोमट। | देश के कुल गेहूँ उत्पादन का लगभग 10-16% राजस्थान में होता है। उत्पादन की दृष्टि से उत्तरप्रदेश का प्रथम व पंजाब का द्वितीय व राज्य का 5वां स्थान है। गेहूँ राज्य में सर्वाधिक मात्रा में उत्पादित होने वाली फसल है। |
जौ | जयपुर | गंगानगर | जयपुर, अलवर, सीकर, नागौर, भीलवाड़ा, अजमेर | शीतोष्ण जलवायु। मिट्टी-दोमट व बलुई दोमट। | बोये गए क्षेत्र एवं उत्पादन दोनों ही दृष्टि से उत्तरप्रदेश के बाद राजस्थान का दूसरा स्थान। राज्य में देश के कुल उत्पादन का लगभग 29% जौ उत्पादित होता है। ‘माल्ट‘ बनाने के लिए जौ एक प्रमुख खाद्यान्न है। रबी की फसल। |
चना | बीकानेर | बीकानेर | झुन्झुनूं, हनुमानगढ़, चुरू, गंगानगर, सीकर | ठण्डी व शुष्क जलवायु। वर्षा-मध्यम, मिट्टी-हल्की दोमट। | देश में उत्पादन की दृष्टि से राज्य का द्वितीय स्थान है। प्रथम स्थान मध्यप्रदेश का है। चना एक ऐसी दलहन फसल है जो राज्य के सभी जिलों में उत्पन्न की जाती है। |
मौठ | बीकानेर | चुरू | चुरु, बाड़मेर, जोधपुर | – | – |
मूँग | नागौर | नागौर | जयपुर, जोधपुर, जालौर, अजमेर, टोंक, पाली | शुष्क व गर्म जलवायु। वर्षा- 25 से 40 सेमी. वार्षिक। मिट्टी-दोमट। | देश में राजस्थान प्रथम स्थान पर |
उड़द | बूंदी | बूंदी | झालावाड़, बांसवाड़ा, टोंक, बूंदी, कोटा | उष्ण कटिबंधीय आर्द्र व गर्म जल- वायु। वर्षा- 40 से 60 सेमी. वार्षिक। मिट्टी-दोमट व चिकनी दोमट। | – |
चँवला | सीकर/झुंझुनूं | सीकर | झुन्झुनूं, नागौर, जयपुर, बूंदी | – | – |
मसूर | बूँदी | बूंदी | झालावाड़, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ | – | – |
कुल दलहन | नागौर | चुरु | झुन्झुनूं, सीकर, बीकानेर | – | देश में उत्पादन की दृष्टि से राज्य का दूसरा स्थान है यहां देश की 11.34% दाले उत्पादित होती है। सवाधिक दलहन उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है। सर्वाधिक कृषिक्षेत्र (दलहन) महाराष्ट्र में है। |
कुल खाद्यान्न | अलवर | नागौर | अलवर, गंगानगर, सीकर | – | सर्वाधिक उत्पादन उत्तरप्रदेश व पंजाब में। राजस्थान का चतुर्थ स्थान। |
राई व सरसों | अलवर
| टोंक | भरतपुर, बारां, कोटा, टोंक, सवाई माधोपुर | शुष्क व ठण्डी जलवायु। मिट्टी-बलुई व दोमट। | देश के कुल उत्पादन का एक तिहाई से अधिक अकेले राजस्थान में। राजस्थान का प्रथम स्थान। विश्व में सरसों उत्पादन में चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है। |
मूंगफली | बीकानेर | बीकानेर | सीकर, चूरू, जोधपुर, चित्तौड़गढ़ | उष्ण कटिबंधीय जलवायु। तापमान-25°-30° से.ग्रे। वर्षा- 50 – 100 सेमी.ए मिट्टी-बलुई व दोमट। | भारत में संसार की सर्वाधिक मूंगफली उत्पादित होती है। देश में सर्वाधिक उत्पादन गुजरात व आन्ध्रप्रदेश में होता है। राजस्थान का दूसरा स्थान। |
अरण्डी | जालौर | जालौर | पाली, बाड़मेर, सिरोही | – | देश में उत्पादन में राज्य का तीसरा स्थान। प्रथम-गुजरात, भारत का विश्व में ब्राजील के बाद दूसरा स्थान। सर्वाधिक तेल अरण्ड़ी के बीजों में पाया जाता है। |
तारामीरा | नागौर | नागौर | बीकानेर, भरतपुर, टोंक, नागौर भीलवाड़ा | – | – |
तिल | पाली | पाली | भीलवाड़ा, जोधपुर, सिरोही, सवाई माधोपुर, टोंक, हनुमानगढ़, करौली | उष्ण व समोष्ण जलवायु। तापमान-25º-27º से.ग्रे., वर्षा-30-100 सेमी। मिट्टी-हल्की बलुई दोमट। | राजस्थान का सम्पूर्ण भारत में तिल के कृषित क्षेत्रफल की दृष्टि से दूसरा स्थान है एवं उत्पादन में पांचवां स्थान है। |