प्रष्न C4 चक्र का आविष्कार किसने किया था:-
प्रष्न फलों को ताजा रखने हेतु किस गैस की सान्द्रता बढ़ायी जाती है:-
प्रष्न ग्लूकोस के 1 अणु का ग्लाइकोलाइसिस होता है, तो किनते ATP अणुओं का लाभ होता हैः-
प्रष्न जब हेक्सोस के 1 अणु का ग्लाइकोलाइसिस होता है, तो किनते ATP अणुअहों का निर्माण होता है:-
प्रष्न बाम्बीकाॅल नामक फीरोमोन प्राप्त होता है:-
प्रष्न NPV का पूरा नाम है:-
प्रष्न समाकलित नाशक कीट प्रबन्धन शब्द दिया है:-
प्रष्न नाशक कीट प्रबन्ध शब्द प्रयोग किया:-
प्रष्न प्रोटीन को बचाये रखने वलो पोषक है:-
प्रष्न वसा का बचाये रख्ने वाले पदार्थ है:-
प्रष्न 1 ग्राम वसा से प्राप्त ऊर्जा की मात्रा होती है:-
प्रष्न 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट से प्राप्त ऊर्जा की मात्रा होती है:-
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प्रष्न आॅन में जीवाणुओं द्वरा संश्लेषित विटामिन्स है:-
प्रष्न वह विटामिन जो धूप द्वारा त्वचा में संश्लेषित होता है:-
प्रष्न राइबोफ्लेविन किस विटामिन का रासायनिक नाम है:-
प्रष्न कीटों में गैसीय विनियम होता है:-
प्रष्न मनुष्य में श्वसन दर होती है:-
प्रष्न बाह्य वायुमण्डल से वायु को फेफड़ों में भरना व बाहर निकालना कहलाता है:-
प्रष्न फेफड़ों की इकाई है:-
प्रष्न श्वसनीय सतह के रूप में कार्य करने वलाी संरचना है:-
प्रष्न श्वासनली पर उपस्थित उपस्थिल छल्लो की आकृति है:-
प्रष्न रक्त का pH होता है:-
प्रष्न RBC का कब्रिस्तान या शरीर का ब्लड बैंक कहते है:-
प्रष्न RBC का जीवनकाल है:-
प्रष्न रक्त में प्लाज्मा व कणिकाओं का प्रतिशत है क्रमशः-
प्रष्न पुरूषों में हिमोग्लोबिन की मात्रा होती है:-
प्रष्न हिपेरिन का कार्य है:-
प्रष्न ‘प्रतिरक्षा की प्रािम पंक्ति’ बनात ेहै:-
प्रष्न एलर्जी से सुरक्षा का कार्य करने वाली WBC है:-
प्रष्न पाॅलीमार्फोन्यूक्लीयर ल्यूकोसाइट कहते हैः-
प्रष्न रक्त का थक्का बनने में समय लगता है:-
प्रष्न वह विटामिन जो रक्त का थक्का बनने में सहायक है:-
प्रष्न इरिथ्रोब्लास्टोसिस फिटेलिस रेाग का कारण है:-
प्रष्न कितने प्रतिशत भारतीय त्ी़ व कितने प्रतिशत त्ी. है:-
प्रष्न रक्त समूह की खोज किसने की:-
प्रष्न सार्वजनिक दाता रूधिर वर्ग है:-
प्रष्न सार्वजनिक ग्राही रूधिर वर्ग है:-
प्रष्न हार्मोन्स शब्द दिया:-
प्रष्न अन्तः स्त्रावी वाद्य यंत्र का लीडर है:-
प्रष्न थाइराइड की आत्महत्या कहते है:-
प्रष्न 3F हार्मोन या संकटमोचक हामोन्स है:-
प्रष्न मिटोनिन हार्मो का स्त्राव करने वाली ग्रंथि है:-
प्रष्न मिश्रित या संयुक्त ग्रंथि का उदाहरण है:-
प्रष्न ADH या वेसोप्रेसीन की कमी से होने वाली व्याधि है:-
प्रष्न टैस्टेस्टीराॅन का स्त्रावण होता है:-
प्रष्न अण्डाशय द्वारा स्त्रावित हार्मोन्स है:-
प्रष्न भोजन में आयोडीन की कमी ेस होने वाला रेाग है:-
प्रष्न इन्सुलीन हार्मो स्त्रावित हाता है:-
प्रष्न इन्सुलीन का कार्य है:-
प्रष्न शुक्राणुओं को पोषण ्रपदान करने का कार्य करने वाली कोशिका है:-
प्रष्न अभिषेकजनन की खेाज की:-
प्रष्न शुक्राणुओं का योग्यतार्जन होता है:-
प्रष्न कशाभिक रहित शुक्राणु है:-
प्रष्न अण्डाणु की सतह पर पया जानो वाला रसायन है:-
प्रष्न सूक्ष्मपीतकी अण्डे पाये जाते है:-
प्रष्न अतिपितकी व केन्द्र पीतकी अण्डे पाये जाते है:-
प्रष्न मध्यम व गोलार्द्ध पीत की अण्डे पाये जाते है:-
प्रष्न एन्टीफर्टिलाइजिन पाया जाता है:-
प्रष्न शुक्राणु नोका का उदाहरण है:-
प्रष्न मनुष्य में दूध के दांतों की संख्या होती है:-
प्रष्न मक्का में किस अमीनों अम्ल की कमी पायी जाती है:-
प्रष्न क्वाशियोरकर व मैरस्मस रोग का प्रमुख कारण है:-
प्रष्न WHO की मुख्यालय है:-
प्रष्न शरीर का जैविक ईंधन है:-
उत्तर कार्बोहाइड्रेट एवं वा।
प्रष्न सबर्स मीठी शर्करा है:-
प्रष्न अंगूर शर्करा है:-
प्रष्न निबनकर्न पाया जाता है:-
प्रष्न शुक्राणु के एक्रोसोम का निर्माण हेाता है:-
प्रष्न वृषण की संरचनात्मक इकाई है:-
प्रष्न वृषणकोष का तापमान शरीर के ताप से कितने डिग्री से. कम होता है:-
प्रष्न वीर्य बना होता है:-
प्रष्न प्रोटोजोआ नाम दिया:-
प्रष्न अमीबा में परासरण नियमन का कार्य करने वाली संरचना है:-
प्रष्न दीमक की आहारनाल में पाया जााने वाला प्रोटोजोआ है:-
प्रष्न मनुष्य में अमीबीय पेचिश रेाग उत्पन्न करता है:-
प्रष्न जैव संदीप्त डायनोफ्लेजिलेट है:-
प्रष्न महासागरीय पंक का निर्माण करते है:-
प्रष्न अमीबा में खाद्य धानी का माध्यम होता है:-
प्रष्न गेहूँ की मोल्या रोग का कारक है:-
प्रष्न गेहूँ के तन्दू रोग का कारक है:-
प्रष्न धान का उफरा रेाग का कारक है:-
प्रष्न केंचुऐं में क्लाइटेलम पाया जाता है:-
प्रष्न केंचुऐं मं हृदयों की संख्या है:-
प्रष्न केंचुए में गमन का अध्ययन किसने किया:-
प्रष्न केंचुए में गमन की दर है:-
प्रष्न केंचुए की वह जाति जो पान की बेल को हानि को नुकसान पहुँचाती है:-
प्रष्न यकृतकृमि (फेसिओलाद) की आहारनाल में अभाव होता है:-
प्रष्न ज्वाला कोशिकाऐं पायी जाती है:-
प्रष्न यकृत कृमि के गर्भाशय में एक समय में अण्डे हो सकते है:-
प्रष्न यकृत कृमि द्वारा भेड़ में उत्पन्न रोग है:-
प्रष्न कुट देहगुहा पायी जाती ळै:-
प्रष्न एस्केरिस में श्वसन होता है:-
प्रष्न एस्केरिस का उत्सर्जन तंत्र बना होता है:-
प्रष्न एस्केरिस का जीवनकाल होता हे:-
उत्तर प्रष्न एस्केरिस में कितनी बार निर्माचन होत है:-
उत्तर प्रष्न रेडुला ;रेतनांगद्ध किन प्राणियों में पाया जाता है:-
प्रष्न रेडुला का कार्य है:-
प्रष्न घूसर स्लग हे:-
प्रष्न घोंघे तथा स्लग में श्वसन क्रिया होती है:-
प्रष्न सहस्त्रवादी है:-
प्रष्न कुचरेचा शब्द का अर्थ है:-
प्रष्न काॅकरोच का श्वसन अंग है:-
प्रष्न काॅकरोच के मुखांग होते है:-