प्रष्न 151. मैथी, रिजका, सैंजी में जैव उर्वरक में उपयुक्त राइजोबियम प्रजाति कौनसी है:-
प्रष्न 152. अरहर में उखटा रोग का रोगकारक है:-
प्रष्न 153. मोठ से दाने व सूखे चारे की उपज क्रमशः प्राप्त होती है:-
प्रष्न 154. बीजोपचार का सही क्रम है:-
प्रष्न 155. अरहर की उन्न कृषि से प्रति है. कितनी उपज प्राप्त होती है:-
प्रष्न 156. एक हैक्टर में काम आने वलो बीजों को उपचारित करने हेतु 250-300 ग्राम गुड में कितने पैकट कल्चर मिलाते है:-
प्रष्न 157. किस फसल की दाल को घोड़ा दाल भी कहते है:-
प्रष्न 158. माइकोराइजा है:-
प्रष्न 159. काबुली चना का वानस्पतिक नाम क्या है:-
प्रष्न 160. माइकोराइजा लगातार मृदा से कौनसा तत्व अवशोषित करता रहता है:-
प्रष्न 161. देशी चना (साइसर एरेटिनम) व काबुली चना (साइसर काबुलिकम) में गुण सुत्रों की संख्या होती है
प्रष्न किस फसल के लिये ढेला युक्त मृदा उपयुक्त है:-
प्रष्न 162. मसूर व मटर में उपयुक्त राइजोबियम प्रजाति है:-
प्रष्न 163. कल्चर से मृदा उपचार करते समय कल्चर की कितनी मात्रा को 50ाह छनी की खाद में मिलाकर बुवाई से पूर्व नम खेत में छिड़क देते है:-
प्रष्न 164. L550, 144, C104, K-4 किस्मे है:-
प्रष्न 165. चने की बीजदर कितनी रखते है:-
प्रष्न 166. मूंगफली, मूंग, उड़द, अरहर के लिये उपयुक्त राइजोबियम प्रजाति है:-
प्रष्न 167. असिंचित क्षेत्रों में चने की बुवाई का उपयुक्त समय हैः-
प्रष्न 168. ऐसी कौनसी फसल है, जो तिलहनी व दलहनी फसल है:-
प्रष्न 169. नील हरित शैवाल कितने ाह नाइट्रोजन का योगिकीकरण करता है:-
प्रष्न 170. पौधोपचार हेतु बाल्टी में 10 लीटर पानी लेकर उसमें कितने पैकट कल्चर के मिलाते है:-
प्रष्न 171. सर्वाधिक प्रोटीन किसमें होती है:-
प्रष्न 172. सोयाबीन में किते प्रतिषत प्रोटीन होती है:-
प्रष्न 173. नील हरित शैवाल का प्रयोग धान की रोपाई के कितने दिन बाद करते है:-
प्रष्न 174. सोयाबीन का वानस्पिक नाम है:-
प्रष्न 175. नील हरित शैवाल कितनी मात्रा खेत में डालते है:-
प्रष्न 176. दूध, दही मक्खन बना सकते है:-
प्रष्न 177. सोयाबीन में तेल की मात्रा कितनी होती है:-
प्रष्न 178. भारत के किस राज्य में सर्वाधिक सोयाबीन का उत्पादन होता है:-
प्रष्न 179. निम्न में से फाॅसफोरस घोलक एक्टिनोमाइसिटिज है:-
प्रष्न 180. राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान है:-
प्रष्न 181. सोयाबीन का उत्पत्ति स्थल है:-
प्रष्न 182. निम्न में से माइकोराइजा है:-
प्रष्न सोयाबीन की बीजदर कितनी है:-
प्रष्न 183. कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एक बार गति करने में कितना समय लगता है:-
प्रष्न 184. गौरव, मोनेटा, J.S. 80-21, P.K. 472, MACS 58, PS-16, JS 335, MACS 450, NITS 93, 05 प्रताप सोया-1, RAUS-5,
प्रष्न 185. पूर्णिमा के समय चन्द्रमा का सर्वाधिक आकर्षण किस ओर होता है:-
प्रष्न 186. प्रकाशअवधि के आधार पर सोयाबीन है:-
प्रष्न 187. बीजों की कब बुवाई करने पर अंकुरण में वृद्धि होती है और पौधे रोगी होते है:-
प्रष्न 189. सोयाबीन की सफल खेती हेतु उपयुक्त जलवायु है:-
प्रष्न 190. किस समय अधिक आर्द्रता होने के कारण फफूंद एवं अन्य सूक्ष्म जीवाणुओं का प्रकोप अध्ािक होता है। अतः फसल की इस समय कटाई नहीं चाहिये:-
प्रष्न 191. फसल कटाई का सर्वोत्तम समय है:-
प्रष्न 192. कितने समय में चन्द्रमा एक बार उत्तरायण व एक बार दक्षिणायन की गति करता है:-
प्रष्न 193. सोयाबीन की फसल से सिंचित और असिंचित क्षेत्र से उपज/हैक्टर क्रमशः प्राप्त होती है:-
प्रष्न 194. किस अवस्था में पत्तीदार फसलों की कटाई, फलों की तुड़ाई, कलम लगाना तथा चारे की कटाई की जाती है:-
प्रष्न 195. जहाँ सिचाई की उत्तम सुविधा हो वहां सोयाबीन की बुवाई का उपयुक्त समय कौनसा है:-
प्रष्न 196. किस अवस्था में पृथ्वी की ऊपरी सतह पर क्रियाशीलता में बढ़ोतरी होती हे:-
प्रष्न 197. किस अवस्था में पृथ्वी की ऊपरी सतह पर क्रियाशीलता में बढ़ोतरी होती है:-
प्रष्न 198. किस अवस्था में पृथ्वी की नीचली सतह पर क्रियाशीलता में बढ़ोतरी होती है:-
प्रष्न 199. सोयाबीन में पंक्ति से पंक्ति व पौधे से पौधे की दूरी कितनी रखते है।
प्रष्न 200. चन्द्र दक्षिणायन में होने पर कौनसी फसलों की गुणवत्ता व उत्पादन में वृद्धि होती है:-
प्रष्न 201. मूँगफली का वानस्पतिक नाम क्या है:-
प्रष्न 202. हरी खाद बनाना, कम्पोस्ट बनाना, सींग की खाद बनाना, निकालना, खेत में डालना, पलटना आदि क्रियायें की जाती है:-
उत्तर चन्द्र दक्षिणायन पक्ष में।
प्रष्न 203. सोयाबीन और मूंगफली किस कुल से सम्बन्धित है:-
प्रष्न 204. जब चन्द्रमा पृथ्वी के अति दूर व अति पास हो तो स्थिति क्रमशः कहलाती है:-
प्रष्न 205. राष्ट्रीय मूँगफली अनुसंधान केन्द्र कहाँ स्थित है:-
प्रष्न 206. भारत में सर्वाधिक क्षेत्रफल एवं उत्पादन वाली तिलहनी फसल है:-
प्रष्न 207. मूँगफली के दानेां में तेल की मात्रा होती है:-
प्रष्न 208. मूंगफली के दानों मं प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट की मात्रा क्रमशः होती है:-
प्रष्न 209. निम्न में से कौक्सीनेला स्चीशीज किसका मिश्रण करता है:-
प्रष्न 210. अधिकांश विद्वानों के अनुसार मूंगफली की उत्पत्ति मानी जाती है:-
प्रष्न 211. भारत के किस राज्य में मूंगफली का उत्पादन सर्वाधिक होता है:-
प्रष्न 212. गन्ने के पाइरिल्ला कीट के प्रभावी नियंत्रण हेतु उपयोग किया जाने वाला परजीवी कीट है:-
प्रष्न 213. मूंगफली की फसल हेतु उपयुक्त जलवायु है:-
प्रष्न 214. भारत में कितने प्रतिशत दाने (मूंगफली) तेल निकालने के काम में लिया जाता है:-
प्रष्न 215. ऐसी फफूंद जो कीट नियंत्रण हेतु उपायोगी है
प्रष्न 216. मूंगफली की वानस्पतिक वृद्धि एवं प्रजनन हेतु उपयुक्त तापमान।
प्रष्न 217. परभक्षी कीट फ्राइसोपिड्स की कितनी सूड़ियाँ फसलो व छालदार वृक्षों में छोड़ते है:-
प्रष्न 218. RS-1, M-13 MA 0 चित्राद्धए चन्द्रा,HNG-10, RSB-8%, RS-138, RG 141, 1-24, एक के 12-24, एक के 12-24, 5.8-11, GG-2,, JL 38, TAG-24 इत्यादि किस्मे है।
प्रष्न 219. निम्न में से कीटों को मारने में सक्षम विषाणु है:-
प्रष्न 220. मूंगफली की छूमका किस्मों की बुवाई हेतु बीजदर है:-
प्रष्न 221. कीट नियंत्रण हेतु जीवाणु है:-
प्रष्न 222. बीजोपचार हेतु कितना ट्राइकोडर्मा प्रति किग्रा. बीज की दर से उपचार करते है:-
प्रष्न 223. तम्बाकू में पाया जाने वाला कौनसा अवयव कीटनाशी का कार्य करता है:-
उत्तर निकोटिन।
प्रष्न 224. मूंगफली की फैलने वाली किस्मों के लिये बीजदर कितनी रखते है:-
प्रष्न 225. क्राइसेथेेमम में पाया जाने वाला कीटनाशी कौनसा है:-
प्रष्न 226. फैलने वाली मूंगफली की किस्मों में पंक्ति से पंक्ति व पोधे से पौधे के बीच की दूरी कितनी रखते है।
प्रष्न 227. निम्न में से किस जाति का प्रोटोजोआ टिड्डी के नियंत्रण हेतु उपचार में किया जाता है:-
प्रष्न 228. मूंगफली की गुच्छेदार किस्मों में कतार से कतार व P×P दूरी:-
प्रष्न 229. कीटों को मारने हेतु किस जाति के सूत्रकृमि उपयुक्त है:-
प्रष्न 230. सफेद लट किस फसल का प्रमुख शत्रु है:-
प्रष्न 231. ट्राइकोग्रामा के एक कार्ड पर कितने कीट होते है:-
प्रष्न 232. Pagging (अधिकिलन) की जाती है:-
प्रष्न 233. टिक्का रोग किस फसल में होता है:-
प्रष्न 234. टिक्का रोग का रोकारक है:-
प्रष्न 235. लहसुन के कितने प्रतिशत घोल के छिड़काव से फसलों में चूषक कीटों का नियंत्रण किया जा सकता है:-
प्रष्न 236. मूंगफली की फसल में पीलिया होने पर नियंत्रण हेतु प्रति है. डालते है:-
प्रष्न 237. मूंगफली की गुच्छेदार व फैलने वाली किस्मों से उपज प्राप्त होती है:-
प्रष्न 238. निम्न में से किस खली का उपयोग भूमिगत कीटों के अन्तर्गत किया जाता है:-
प्रष्न 239. सिंचित क्षेत्रों में मूंगफली की उपज प्राप्त हो जाती है:-
.प्रष्न 240. मूंगफली में फलियों के अलावा कितना सूखा चारा भी प्राप्त हो जाता है:-
प्रष्न 241. तिल का वानस्पतिक नाम क्या है।
प्रष्न 242. सार्वधिक जल मांग किल फसलों की होती है:-
प्रष्न 243. तिल का कुल कौनसा है:-
प्रष्न 244. सिंचाई की किस विधि में सर्वाधिक जल की हानि होती है:-
प्रष्न 245. गरीब का घी कहलाता है:-
प्रष्न 246. फव्वारा विधि में क्यारी विधि की तुलना मं कितनी प्रतिश पानी बचत होती है:-
प्रष्न 247. तिलहनी फसलों की रानी है:-
प्रष्न 248. निम्न में से किस प्रकार की मृदा को अधिक जलमांग की आवश्यकता होगी:-
प्रष्न 249. तिल में किस पदार्थ के कारण इसे अधिक समय तक सुरक्षित रख सकते है:-
प्रष्न 250. कार्बनिक पदार्थो की उपस्थिति में मृदा की:-
प्रष्न 251. तिल के बीजों में कितना प्रतिशत तेल होता है:-
प्रष्न 252. एक इकाई शुष्क पदार्थ उत्पन्न करने हेतु पौधों द्वारा जितना जल वाष्प की क्रिया में निकाला जाता है, कहलाता है:-
प्रष्न 253. अध्ािकांश वैज्ञानिकों के अनुसार तिल का उत्पत्ति स्थानः-
प्रष्न 254. निम्न में से अध्ाि कतापावशोषण करने वाली मृदा है।
प्रष्न 255. विश्व में तिल के क्षेत्रफल व उत्पादन में भारत का स्थान है:-
प्रष्न 256. भारत के किस राज्य में सर्वाधिक तिल का उत्पादन होता है:-
प्रष्न 257. पत्तियों का तापमान अथवा फसल सतह का तापक्रम किसकी सहायता से नापा जाता है:-
प्रष्न 258. तिल की फसल हेतु उपयुक्त जलवायु है:-
प्रष्न 259. मृदा जजल की उपरी व नीचली सीमा है:-
प्रष्न 260. तिल की खेती हेतु उपयुक्त तापक्रम।
उत्तर
प्रष्न 261. पौधों को उपलब्ध जल की परास है:-
प्रष्न 262. तिल की शाखा रहित किस्में जैसे-प्रताप हेतु बीजदर रखते है:-
प्रष्न 263. तिल की शाखायुक्त किस्में जैसे ज्ब्.25 की बुवाई हेतु बीजदर है:-
प्रष्न पौधों को किस अवस्था पर 100 प्रतिशत जल उपलब्ध होता है:-
प्रष्न 264. तिल की बुवाई के समय (पंक्ति से पंक्ति व पौधे से पौधे की) दूरी रखते है:-
प्रष्न 265. तम्बाकू के लिये ब्त्प् है:-
प्रष्न 266. गेहूँ में कितनी औसतन सिंचाई करनी चाहिये:-
प्रष्न 267. तिल के दाने की उपज/ींबण् प्राप्त होती है:-
प्रष्न धान की जलमांग हे:-
प्रष्न 268. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र स्थित है:-
प्रष्न 269. इण्डियन मस्टर्ड का वा. नाम है:-
प्रष्न सरसों का कुल है:-
प्रष्न 270. यदि गेहूँ की फसल हेतु केवल दो सिंचाई उपलब्ध हो तो कब करना चाहिये:-
प्रष्न 271. राजस्थन की प्रमुख तिलहनी फसल है:-
प्रष्न 272. सरसों के तेल में तीव्र गंध किस एल्केलाॅयड़ के कारण होती है:-
प्रष्न गन्ना की जलमांग कितनी है:-
प्रष्न 273. वेवीलोन के अनुसार सरसों का उत्पत्ति स्थल है:-
प्रष्न 274. मक्का के नर पुष्प को कहते है:-
प्रष्न 275. भारत में सरसों के उत्पादन मे ंप्रथम स्थान है:-
प्रष्न 276. तारामीरा का वा. नाम है:-
प्रष्न 277. मक्का के मादा पुष्प को कहते है:-
प्रष्न 278. पहाड़ी राई का वानस्पतिक नाम क्या है।
प्रष्न मृदा नमी ज्ञात करने हेतु मृदा के नमूने को ओवन में कितने तापक्रम पर कितने समय रखते है:-
प्रष्न गेहूँ की जलमांग कितनी है:-
प्रष्न 279. बनारसी राई का वानस्पतिक नाम क्या है:-
प्रष्न 280. किस फसल में डोड़े वाली शाखा बनते समय, फूल आते समय, डोड़े बनते समय सिंचाई की तीन क्रांतिक अवस्थाये है:-