पाइथागोरस प्रमेय का प्रयोग
दिशा संबंधी प्रश्नों के अंतर्गत परीक्षार्थियों से दिशा और दूरी दोनों पूछी जा सकती है। दूरी को ज्ञात करने के लिए प्रारंभिक बिन्दु और अन्तिम बिन्दु के बीच एक सीधी रेखा खींचकर दूरी को ज्ञात किया जा सकता है।
कभी-कभी प्रारम्भिक बिन्दु और अन्तिम बिंदु के बीच जब हम सीधी रेखा खींचते हैं, तो एक समकोण त्रिभुज जैसा आकार बन जाता है तब इस दूरी को ज्ञात करने के लिए पाइथागोरस प्रमेय का प्रयोग किया जाता है। इस प्रमेय के अनुसार
SE2 = (SB)2+ (BE)2
यदि SB = 4 सेमी.
तथा BE = 3 सेमी. हो, तो
(SE)2 = (4)2+(3)2
(SE) 2 = 16 + 9 = 25
(SE) 2 = (5)2
SE = 25 सेमी.