राजस्थान मे परिवहन नोट्स




राजस्थान में स्थित रेलवे उपक्रम :

  • सिमको वैगन फैक्ट्री (1957),भरतपुर (Central India Machinery Manufacturing Company) अक्टूबर, 2008 में पुनः प्रारम्भ किया गया है।
  • पश्चिमी रेलवे क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र, उदयपुर (1965)।
  • अजमेर लोकोमेटिव कारखाना (1895)।
  • भारतीय रेल अनुसंधान एवं परीक्षण केन्द्र– पचपद्रा (बाड़मेर) निर्माणाधीन। यहाँ तेज गति (180 किमी. प्रति घंटा) से चलने वाली ट्रेनों का परीक्षण किया जाएगा।
  • पहली रेल बस :2 अक्टूबर, 1994 को मेड़ता रोड़ से मेड़ता सिटी के बीच प्रारम्भ की गई।
  • राजस्थान में छोटी लाइन (नैरोगेज)– केवल धौलपुर जिले में है।
  1. धौलपुर से तांतपुर (आगरा-उत्तरप्रदेश) 2. धौलपुर से सरमथुरा।
  • राज्य मेंबांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले ही ऐसे हैं जहां कोई रेलमार्ग नहीं है।
  • राजस्थान में वर्तमान में दो गरीब रथ चले रहे हैं- जयपुर से बान्द्रा (2007) 2. जयपुर से चंढ़ीगढ़ वाया-भिवानी, रेवाड़ी (हफ्ते में तीन दिन)।
  • फेयरी क्वीन (1835),विश्व का सबसे पुराना रेलवे इंजन जो वर्तमान में परिचालन में है। यह दिल्ली से अलवर के बीच विशेष पर्यटन उत्सवों पर चलता है।
  • पैलेस ऑन व्हीलस-सन् 1982 में मीटर गेज पर प्रारम्भ जो 1995 से ब्रॉड गेज।
  • हैरीटेज ऑन व्हीलस-फरवरी,2006 में जयपुर से बीकानेर वाया-सीकर, झुन्झुनूं, चूरू।
  • विलेज ऑन व्हीलस-स्वदेशीपर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पैलेस ऑन व्हीलस की तर्ज पर 29 नवम्बर, 2004 को प्रारम्भ की गई।


  • राजस्थान रॉयल्स-सन् 2009 में प्रारम्भ।
  • थार एक्सप्रेस-17 फरवरी, 2006 को मुनाबाव से खोखरापार के बीच चलाई गई।
  • एशिया का सबसे बड़ा मीटर गेज रेलवे यार्डफुलेरा में स्थित है।
  • रेल बाबाकिशनलाल सोनी (बूंदी) को कहा जाता है।
  • राजस्थान में 11 अगस्त 1879 को अजमेर में लोको कारखाना स्थापित में तैयार होकर पहला इंजन 1895 में बना।
  • राजस्थान में पहली डबल डेकर ए.सी. ट्रेन (यात्री गाड़ी), जयपुर से दिल्ली के बीच चलाई जा रही है।
  • देश की पहली डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन (मालगाड़ी) का शुभारम्भ कनकपुरा (जयपुर) से पीपावाव पोर्ट (गुजरात) के बीच हुआ।
  • मोनो रेल राज्य के छः शहरों-जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर में मलेशिया के सहयोग से चलाई जाने का प्रस्ताव है।
  • अजमेर के दौराई में रेल्वे प्रशासन के द्वारा सबसे बड़ा रेल कन्टेनर डिपो बनाया गया।
  • भवानी मंडी रेलवे स्टेशन राज्य का एकमात्र ऐसा रेल्वे स्टेशन है जो आधा राजस्थान में व आधा मध्यप्रदेश में है।
  • राज्य में प्रतापगढ़ ही ऐसा जिला रह जायेगा जो रेल मार्ग से जुड़ा हुआ नहीं है। क्योंकि रतलाम, बांसवाड़ा, डूंगरपुर रेलवे लाइन बनने की घोषणा होने से बांसवाड़ा जिला रेलमार्ग से जुड़ गया है।


वायु परिवहन

  • संघ सूची का विषय।
  • राजस्थान में वर्तमान में 12 (6 नागरिक एवं 6 सैन्य) हवाई अड्डे और 20 हवाई पट्टियाँ हैं।
  • राजस्थान का एकमात्र अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सांगानेर (जयपुर) में है। इसे 29 दिसंबर, 2005 को अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिया गया।
  • वर्ष 2015 में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट कौंसिल द्वारा 2 से 5 मिलियन यात्री क्षमता वाले हवाई अड्डों में ‘जयपुर एयरपोर्ट’ को विश्व का सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डा घोषित किया गया है।
  • यहाँ से देश के महत्वपूर्ण गंतव्य स्थलों दिल्ली, रायपुर, पुणे, बैंगलूरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, श्रीनगर एवं उदयपुर के लिए घरेलू वायुसेवा उपलब्ध है। जयपुर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से शारजाह (A.E.), दुबई (U.A.E.), अबू धाबी (U.A.E.), मस्कट (ओमान), सिंगापुर एवं बैंकाक (थाईलैंड) के लिए वायुसेना संचालित की जा रही है।
  • महाराणा प्रताप एयरपोर्ट, डबोक (उदयपुर) से जयपुर, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद एवं कोलकाता के लिए अन्तर्राष्ट्रीय हवाई सेवा उपलब्ध है।
  • जोधपुर (रातानाडा) एयरपोर्ट से दिल्ली, मुम्बई, बंगलुरू एवं जयपुर के लिए हवाई सेवा संचालित की जा रही है।
  • राज्य में कुल 20 हवाई पट्टियाँ हैं, जिनमें से चार हवाई पट्टियाँ कांकरोली, पिलानी, वनस्थली एवं अटरू हवाई पट्टी क्रमशः जे.के. ग्रुप, बिरला ग्रुप, बनस्थली विद्यापीठ एवं अडाणी ग्रुप के अधीन हैं, शेष 16 हवाई पट्टियाँ राज्य सरकार के अधीन हैं।
  • राज्य में वर्तमान 6 नागरिक हवाई अड्डे जयपुर, उदयपुर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर एवं जैसलमेर ‘भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI)’ के अधीन तथा छः सैन्य हवाई अड्डे जोधपुर, नाल (बीकानेर), उत्तरलाई (बाड़मेर), जैसलमेर, सूरतगढ़ (बीकानेर) एवं फलौदी (जोधपुर) में ‘भारतीय वायुसेना’ के अधीन हैं।
  • राजस्थान सिविल एविऐशन कार्पोरेशनका गठन राज्य सरकार के द्वारा विभाग के पास उपलब्ध हैलीकॉप्टर एवं वायुयान का वाणिज्यिक उपयोग करने हेतु 20 दिसम्बर, 2006 को किया गया।


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