Reasoning Syllogism Notes in Hindi




तार्किक वाक्यों का वर्गीकरण

(Classification of Proposition)

किसी भी तार्किक वाक्य का जब हम प्रयोग करते हैं, तो उस वाक्य में ‘सभी या कुछ’ (All of Some), हाँ या ना (Yes or No) का प्रयोग अवश्य ही करते हैं।

यहाँ ‘सभी’ सर्वव्यापी (Universal) और ‘कुछ’ विशिष्ट (Particular) परिमाण को व्यक्त करते हैं तथा ‘हाँ’ सकारात्मक (Affirmative) तथा ‘ना’ नकारात्मक (Negative) गुण को व्यक्त करते हैं।

  1. सर्वव्यापी (Universal)

ऐसे कथन या वाक्य, जिसमें संपूर्ण बात उद्देश्य के बारे में कही जाए, ऐसे वाक्य को सर्वव्यापी वाक्य या कथन कहते हैं। इन वाक्यों में पहले – सभी, प्रत्येक, हर कोई, सब दशा में, हर हालत में, सदा, निश्चित रूप में, कोई नहीं (All, Every, Each, Any, In all case, Always, Certainty, Absolutely, Necessarity) आदि का प्रयोग किया गया होता है। सर्वव्यापी कथन दो प्रकार के होते हैं –

  1. सर्वव्यापीसकारात्मक (Universal Affirmative) – ऐसे वाक्य या कथन, जिनके पहले – सब, सभी, प्रत्येक, हर एक, हर कोई, राम, मोहन, पेन, पेंसिल (All, Evry, Each, Any, Alone, Only, He, She, I, You, This, That, It, Ram, Mohan, Pen, Pencil) तथा वाक्य में है या हैं (Is or Are) आदि शब्दों का प्रयोग किया गया हो, ऐसे वाक्य को ‘सर्वव्यापी सकारात्मक वाक्य’ कहते हैं। इसे तर्क वाक्य में ‘A’ से निरूपित किया जाता है। जैसे – सभी व्यक्ति बुद्धिमान हैं।

 

  1. सर्वव्यापीनकारात्मक (Universal Negative) – ऐसे वाक्य, जिनके पहले कोई नहीं, एक भी नहीं, नहीं (No, None, Not) आदि में से कोई एक शब्द लगा हो, ऐसे कथन या वाक्य को सर्वव्यापी नकारात्मक कथन या वाक्य कहते हैं। इसे तर्कवाक्य में ‘E’ से निरूपित किया जाता है। जैसे – कोई व्यक्ति बुद्धिमान नहीं है।
  2. अंशव्यापी (Particular)

ऐसे वाक्य, जिनमें उद्देश्य के कुछ अंश के विषय में कहा जाता हो, ऐसे वाक्य को ‘अंशव्यापी’ कहते हैं। इन वाक्यों के पहले – कुछ, कभी-कभी, कुछ हालत में, थोड़े, अनेक, बड़ी संख्या में, बहुसंख्यक, अल्पसं,यक, बहुत, अधिक, अधिकतर, सामान्यतया, साधारणतया, बहुधा, किसी सब, आधा, कुछ थोड़ा (Some Some times, In some case, A few, The few, Many, In large number, Majority, Most, Mostly, Generally, Usually, Frequently, Occasionally, Often, Perhaps, Nearly, Always, Several, All most all, Half) इत्यादि में से कोई एक अंशव्यापी कथन दो प्रकार के होते हैं।

1.अंशव्यापीसकारात्मक (Particular Affirmative) – ऐसे वाक्य, जिनके पहले – कुछ, थोड़े से, थोड़ा, अनेक, अधिक (Some, A few, The few, Many, More) तथा वाकय में है या हैं (Is or Are) आदि शब्द प्रयुक्त किये गए हों, तो ऐसे वाक्य को अंशव्यापी सकारात्मक कथन या वाक्य कहते हैं। इसे तर्कवाक्य में ‘I’ से निरूपित किया जाता है। जैसे – कुछ व्यक्ति बुद्धिमान हैं।

2.अंशव्यापीनकारात्मक (Particular Negative) – ऐसे वाक्य या कथन, जिनमें कुछ + नहीं (Some + Not, All + Not, Each + Not, Every + Not, Any + Not, Always + Not) का प्रयोग किया गया हो, तो ऐसे वाक्य को अंशव्यापी नकारात्मक कथन या वाक्य कहते हैं। इसे तर्कवाक्य में ‘O’ से निरूपित किया जाता है। जैसे – कुछ व्यक्ति बुद्धिमान नहीं है।




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